राजस्थान। राज्य से दलितों और आदिवासियों के साथ हत्या व उत्पीड़न की खबरें लगातार सामने आ रही हैं। ताजा मामला बूंदी जिले के सदर हाल थाना के बलदेवपुरा गांव का है, जहां 7 मई की शाम को घर के आंगन में सोए बुजुर्ग व्यक्ति पर उनके ही पड़ोसी ने हमला कर दिया। पड़ोसी ने बुजुर्ग सुखदेव मेघवाल (65) के दोनों पैरों पर तलवार से हमला कर दिया। जिसमें एक पैर घुटने के नीचे से बिलकुल अलग हो गया। घायल हालत में पीड़ित को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। खून ज्यादा न बहे इसलिए डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार देकर केस को कोटा रेफर कर दिया। बुजुर्ग के कटे हुए पैर पर प्लास्तर बांधा गया है। जबकि, दूसरे पैर पर भी गहरा जख्म है, जिसका उपचार चल रहा है।
“रात को सभी घर वाले आंगन में सोए थे तभी चार लोग आए। उनमें से एक के हाथ में तलवार थी, उसने मेरे पिताजी के पैरों पर हमला किया, और एक ही झटके में घुटने के नीचे से पैर अलग कर दिया। पिताजी चिल्लाए तो हम उठे। हमलावरों को पकड़ने दौड़े तो वो लोग दीवार कूदकर भागते हुए दिखे।” ये कहना है किशनलाल (38) का जिनके पिताजी का पैर उन्हीं के पड़ोसी ने तलवार से हमला कर अलग कर दिया।
घटना को लेकर पीड़ित सुखदेव मेघवाल के बड़े बेटे किशन आगे बताते हैं कि, हमले के दिन रात को उनके पिताजी और तीनों भाई और उनके बच्चों सहित पूरा परिवार घर के आंगन में सोए हुए थे। रात करीब 1:30 बजे पिताजी के बुरी तरह चीखने की आवाज आई। हम उठकर दौड़े तो देखा कि पिताजी के पैरों पर तलवार से हमला हुआ है, और पड़ोसी रामचंद्र गुर्जर अपने तीन बेटों के साथ — एक के हाथ में तलवार थी, दीवार कूद कर भाग रहे थे। पिताजी को देखा तो उनका एक पैर बिलकुल अलग हो चुका था, दूसरे पैर में भी गहरा घाव हुआ था। हमने तुरंत उनको अस्पताल अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था की। जिसके बाद उन्हें जिला अस्पताल से रेफर कर दिया गया। अब कोटा में उनका इलाज चल रहा है, और हालत नाजुक बनी हुई है।
किशन बताते हैं कि, जमीनी विवाद को लेकर ये पूरी घटना हुई है। लगभग 10 साल पहले एक जमीन और उसके रास्ते को लेकर झगड़ा हुआ था। लेकिन इतने समय बीतने के बाद कभी किसी प्रकार का विवाद नहीं हुआ। “हमने कभी सोचा भी नहीं था कि इतने पुराने विवाद को लेकर पड़ोसी रामचंद्र गुर्जर इस तरह की वारदात को अंजाम दे देंगे,” किशन ने कहा।
घटना को लेकर पुलिस की कार्रवाई पर सवाल पूछने पर किशन बताते हैं कि, आरोपी रामचंद्र गुर्जर खुद सेवानिवृत पुलिसकर्मी हैं, और थाने में उनकी अच्छी जान-पहचान है, जिसके कारण थाने वाले ठीक से कार्रवाई भी नहीं कर रहे हैं। “आरोपी लोग अभी भी खुलेआम घूम रहे हैं और हम थाने के चक्कर लगा रहे हैं। दूसरी ओर हमारे पिताजी की हालत भी बहुत नाजुक है।”
भावुक मन से किशन कहते हैं कि “साहब हम लोग नीची जात से हैं, इसलिए हमारे साथ ऐसा कर दिया गया, और पुलिस हमको को ही परेशान करती है। लेकिन, हम लोग अगर ऐसा कुछ किए होते तो ये लोग हमारे पूरे परिवार को जीने नहीं देते।”
घटना पर सदर थाना के एसआई राजेंद्र सिंह ने द मूकनायक बताया कि, पीड़ित के बयान के आधार पर यह घटना रात करीब 1:30 बजे की है। जिसमें बुजुर्ग सुखदेव मेघवाल का एक पैर काट दिया गया, और दूसरे में भी गहरा घाव है। आरोपी रामचद्र गुर्जर और उनके बेटों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है।
मामले को लेकर द मूकनायक ने बूंदी एसपी जय यादव से बात की। उन्होंने बताया कि, मामला उनके संज्ञान में है। नामजद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।