देश में दलित समुदाय के साथ दुर्व्यवहार के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। कहीं सरकारी सड़क का इस्तेमाल करने पर उनके साथ मारपीट की जाती है, तो कहीं दलित महिला के हाथ से बने खाने का बहिष्कार हो रहा है। इस बीच एक ताजा मामला मध्यप्रदेश से सामने आया है। यहां की एक दलित महिला ने आरोप लगाया है कि कुछ लोगों ने मंदिर के नल से उन्हें पानी नहीं पीने दिया।
क्या है पूरा मामला
यह मामला मध्य प्रदेश के हरदा जिले का है। यहां की एक दलित महिला दीपिका ने आरोप लगाया है कि उनके साथ दुर्व्यवहार हुआ है। दीपिका ने आरोप लगाया है कि, दो लोगों ने उन्हें मंदिर के नल से पानी लेने से रोक दिया। उनका कहना है कि, शिकायत दर्ज कराए जाने के दो महीने बाद भी पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है।
लोकमत न्यूज के अनुसार, दीपिका (28) के साथ गांव के ही दो लोगों ने दुर्व्यहार किया। दीपिका ने अपनी शिकायत में कहा है “वह पति आकाश, अपनी मां और बच्चों के साथ हरदा जिले की गल्ला मंडी स्थित मंदिर के पास रहती हैं। उनके घर से कुछ दूर रहने वाले गोलू पंडित और संदीप नाम के व्यक्ति आए दिन जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हैं। दीपिका ने बताया “जातिसूचक शब्द बोलकर गोलू और संदीप उन्हें अपमानित करते हैं।”
गोलू और संदीप ने दीपिका को अक्टूबर से गल्ला मंडी स्थित मंदिर के नल से पानी भी नहीं भरने दिया है। दापिका ने आरोप लगाया कि इसके अलावा, उसके घर के बाहर स्थित शौचालय में पत्थर डालकर उसे बंद कर दिया गया।
दीपिका ने बताया कि, उसके और उसके परिवार के साथ ये बर्ताव काफी लम्बे समय से हो रहा है। अपने साथ लगातार होते इस बर्ताव से आजिज आकर दीपिका अनुसूचित जाति/जनजाति कल्याण (अजाक) थाने पहुंचीं। उन्होंने मीडिया से कहा कि, कुछ दिन पहले उनकी बेटी मंदिर में चली गयी थी तो उसे भी धक्का देकर निकाल दिया गया, जिससे उसे चोट भी आयी।
पुलिस ने नही की कार्रवाई
लोकमत न्यूज के अनुसार, दीपिका ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनके साथ हो रहे इस बर्ताव के खिलाफ वो पुलिस में शिकायत दर्ज कर चुकी हैं। उन्होंने कहा ‘‘मैंने गोलू और संदीप के खिलाफ 24 अक्टूबर और 25 नवंबर को दो बार पुलिस अधीक्षक से लिखित में शिकायत की थी, लेकिन लगभग दो माह बीतने के बाद भी मेरी शिकायत पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।’’
दीपिका ने कहा कि पुलिस ने इस मामले पर कोई गंभीरता से कार्रवाई नहीं की है। जहां एक ओर दीपिका ने पुलिस पर आरोप लगाए हैं तो वहीं दूसरी ओर पुलिस ने भी इस पर अपना पक्ष रखा है।
पुलिस ने दी सफाई
दलित आवाज के अनुसार, पुलिस ने भी इस मामले में अपना पक्ष रखा है। हरदा अजाक पुलिस थाने के निरीक्षक अनुराग लाल ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि पीड़िता के घर पर कोई भी नहीं मिला इस वजह से कार्रवाई नहीं हो सकी। उन्होंने कहा दीपिका की शिकायत पर एक टीम दोनों आरोपियों के बयान दर्ज करने के लिए दो बार उनके घर गई थी। उन्होंने कहा कि हमारी टीम दीपिका के घर तो गई थी लेकिन वे दोनों हमें वहां नहीं मिले।
हरदा अजाक पुलिस थाने के निरीक्षक अनुराग लाल ने कहा कि हम इस पूरे केस पर उचित कार्रवाई कर रहे हैं।