जिनित परमार की रिपोर्ट-
फरीदाबाद। देश में दलित महिलाओं की स्थिति पहले से ही बेहतर नहीं थी। अब अपराध और शोषण से इनकी स्थिति बद से बदत्तर हो गई है। एक दलित महिला के साथ जघन्य अपराध और बलात्कार की घटना ने देश को एक बार फिर से शर्मसार कर दिया है। ये घटना हरियाणा की है। जी हां वही हरियाणा जहां महिलाओं को अपने हक के लिए हर कद पर लड़ना पड़ता है।
क्या है पूरा मामला
हरियाणा से आए दिन महिलाओं से प्रताड़ना की खबरें आती रहती हैं। अब ताजा मामला फरीदाबाद का है जहां एक दलित लड़की से इंसानियत को शर्मसार करने वाली हरकत की गई। फरीदाबाद से बीए की छात्रा शिवानी (बदला हुआ नाम) की फरीदाबाद से 16 किलोमीटर दूर जसाना गांव में एक 54 वर्षीय व्यक्ति ने बलात्कार और हत्या कर दी।
आरोपी सिंहराज ने कथित तौर पर न केवल उसके साथ बलात्कार किया, बल्कि उसकी आंखें भी निकाल दीं और शव को आगरा नहर में फेंक दिया।
लापता थी पीड़िता
दरअसल लड़की लापता थी। घटना का पता तब चला जब 31 दिसंबर, 2021 की शाम को शिवानी फरीदाबाद में अपनी दादी के घर नहीं पहुंची। शिवानी अपनी मौसी और अपनी नानी के घर के बीच लापता हो गई थी।
शिवानी के नानी के घर नहीं आने पर उसके परिवार वालों ने फरीदाबाद पुलिस में जाकर 1 जनवरी 2022 को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
पुलिस ने जब शिवानी के नंबर की कॉल लॉग डिटेल की जांच की, तो उन्होंने पाया कि आखिरी कुछ कॉल सिंहराज के नंबर से की गई थी। सिंहराज फरीदाबाद में शिवानी की नानी के घर के पास रहता था। पुलिस अधिकारियों ने उसे आगे की जांच के लिए थाने बुलाया तो वह भागकर किसी और जगह चला गया।
आरोपी ने किया फोन
सिंहराज ज्यादा देर तक पुलिस से छिप नहीं पाया और आखिरकार 5 जनवरी को उसने शिवानी की नानी को फोन कर बताया कि उसने उस की हत्या कर दी है और उसके शव को आगरा नहर के पास फेंक दिया है। इसके बाद परिजन थाने गए और कॉल डिटेल के बारे में बताया।
इसके बाद पुलिस अधिकारी परिवार के कुछ सदस्यों के साथ छह जनवरी की शाम नहर के पास शव को खोजने गए, लेकिन वह नहीं मिला। देर रात पुलिस अधिकारी फिर नहर में गए और शव को देखा। इस बार वे अकेले गए।
पुलिस पर लगे गंभीर आरोप
शिवानी के चाचा का आरोप है कि पुलिस फिर खुद नहर में क्यों गई। उन्होंने कहा “हमें देर रात नहर की जाँच के बारे में सूचित नहीं किया गया था। वे खुद क्यों गए? उन्होंने हमें केवल अगले दिन सुबह 6 बजे शव मिलने के बारे में बताया”।
उन्होंने आगे कहा कि “जब हम फरीदाबाद के बीके अस्पताल की मोर्चरी में गए, तो पुलिस ने हमें जल्द ही शव लेने के लिए कहा। उन्होंने हम पर शव ले जाने के लिए दबाव डाला और कहा कि वे जांच को देखेंगे।”
चाचा ने आगे बताया कि “डॉक्टर ने हमें बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बलात्कार के कोई संकेत नहीं थे। लेकिन हमने फिर से मेडिकल टेस्ट किया और डॉक्टरों के बोर्ड ने हमें बताया कि रिपोर्ट में कहा गया है कि उसके साथ बलात्कार किया गया था।”
भीम सेना की मदद से हुई मिला शव
बता दें कि परिवार को पुलिस की ओर से अनदेखी का सामना करना पड़ रहा है। पुलिस पीड़िता का शव देने से इंकार कर रही थी जिसके बाद भीम आर्मी सामने आई। जिसके बाद भीम सेना के दबाव से परिवार को युवती का शव मिल पाया।
भीम सेना ने बादशाह अस्पताल (बीके अस्पताल) फरीदाबाद में गैंगरेप पीड़िता का पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और एफआईआर की कॉपी हासिल की। एफआईआर में आईपीसी की धारा 302 सहित कई गंभीर धाराओं और एससी/एसटी एक्ट में प्राथमिकी दर्ज करवाई गई है।
भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर दबाव बनाया जिसके बाद परिवार को लड़की का शव मिल पाया।
A 21-yr-old Dalit girl, was kidnapped and gang-raped in Faridabad(Hariyana)& brutally murdered by taking out both eyes. For the last 5 days, the police was not giving the dead body of the girl to the family. Which has been provided today by the pressure of Bhim Sena.😢 pic.twitter.com/L3hohMFiGA
— Susheel shinde (@Shinde_Voice) January 7, 2022
भीम आर्मी चीफ ने खट्टर सरकार को घेरा
खुद भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद ने इस मामले में ट्विट कर न्याय की मांग की है। उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को टैग करते हुए लिखा “खट्टर सरकार की कानून व्यवस्था की नाकामी के चलते फरीदाबाद, हरियाणा में दलित बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद दोनों आँखें निकालकर हत्या जघन्य अपराध है।
हमारी मांग है की सरकार दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा व मृतक पीड़िता को न्याय और परिजनों को संरक्षण व आर्थिक संबल प्रदान करे”
हुई गिरफ्तारी
फरीदाबाद पुलिस ने अपने ट्विटर हैंडल से जानकारी दी कि उन्होंने सिंहराज को गिरफ्तार कर लिया है।
“आरोपी का आपराधिक इतिहास है और अतीत में उसने 3 नाबालिग लड़कियों की हत्या की है और 36 साल पहले उसने अपने चाचा और भाई को मार डाला था। वह नाबालिग बच्चियों के साथ छेड़खानी करता था और शोर मचाने पर गला दबाकर उसकी हत्या कर शव को आगरा नहर में फेंक देता था।”
महिलाओं से हिंसा में हरियाणा नम्बर वन
वर्ष 2019 और 2020 के एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार, शारीरिक संपर्क करने, यौन संबंध बनाने की मांग, महिलाओं को पोर्नोग्राफी दिखाने और यौन-रंगीन टिप्पणी करने वाले मामलों में, हरियाणा ऐसे मामलों में देश में अपराध दर में दूसरे स्थान पर था। हालांकि, 2019 में, 916 प्राथमिकी के साथ ऐसे मामलों की अपराध दर पर यह सबसे खराब राज्य था।
राज्य ने 2020 में बलात्कार की 1,373 प्राथमिकी दर्ज कीं, जिसमें प्रति दिन करीब चार मामले दर्ज किए गए। साथ ही बार-बार रेप की 452 घटनाएं हुईं। हालांकि, बलात्कार की प्राथमिकी में 2019 से 7.2 प्रतिशत की गिरावट आई थी।
2009 और 2019 के बीच पिछले दस वर्षों में सामान्य तौर पर महिलाओं के खिलाफ अपराधों में 86 फीसदी की भारी वृद्धि देखी गई। इसके अलावा, इसी अवधि के दौरान बलात्कार के मामलों में 50% की वृद्धि हुई।